सोमवार, 15 अगस्त 2016

524. जय भारत (स्वतंत्रता दिवस पर 10 हाइकु) पुस्तक 79, 80

जय भारत

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1.   
तिरंगा झूमा    
देख जश्ने-आज़ादी,   
जय भारत!   

2.   
मुट्ठी में झंडा   
पाई-पाई माँगता  
देश का लाल।    

3.   
भारत माता  
सरेआम लुटती,   
देश आज़ाद।    

4.   
जिन्हें सौंपके   
मर मिटे थे बापू,   
देश लूटते।    

5.   
महज़ नारा   
हम सब आज़ाद,   
सोच ग़ुलाम   

6.   
रंग भी बँटा   
हरा व केसरिया   
देश के साथ    

7.   
मिटा न सका   
प्राचीर का तिरंगा   
मन का द्वेष    

8.   
सबकी चाह-  
अखंड हो भारत,   
देकर प्राण   

9.   
लगाओ नारे   
आज़ाद है वतन   
अब न हारे   

10.   
कैसे मनाए   
आज़ादी का त्यौहार,   
भूखे लाचार    

- जेन्नी शबनम (14. 8. 2016)
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4 टिप्‍पणियां:

PRAN SHARMA ने कहा…

Laajawaab

PRAN SHARMA ने कहा…

Laajawaab

Madhu Rani ने कहा…

Bahut achhi sonch ar rachna...vartman halaat par...jenny...bahai

डॉ. रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक' ने कहा…

आपकी इस प्रविष्टि् के लिंक की चर्चा कल बुधवार (17-08-2016) को "क्या सच में गाँव बदल रहे हैं?" (चर्चा अंक-2437) पर भी होगी।
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सूचना देने का उद्देश्य है कि यदि किसी रचनाकार की प्रविष्टि का लिंक किसी स्थान पर लगाया जाये तो उसकी सूचना देना व्यवस्थापक का नैतिक कर्तव्य होता है।
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चर्चा मंच पर पूरी पोस्ट नहीं दी जाती है बल्कि आपकी पोस्ट का लिंक या लिंक के साथ पोस्ट का महत्वपूर्ण अंश दिया जाता है।
जिससे कि पाठक उत्सुकता के साथ आपके ब्लॉग पर आपकी पूरी पोस्ट पढ़ने के लिए जाये।
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हार्दिक शुभकामनाओं के साथ
सादर...!
डॉ.रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक'